कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने कहा है कि फिलहाल उनके शादी न करने के पीछे कोई विशेष कारण नहीं हैं। वह जल्द शादी करना चाहते हैं पर उनकी सार्वजनिक जिम्मेदारी निजी जिंदगी से ज्यादा अहम है।
यह जवाब राहुल ने कॉलेज की छात्राओं को उस समय दिया जब उनसे पूछा गया कि 37 साल की उम्र के बावजूद वह शादी क्यों नहीं कर रहे हैं।
इससे पूर्व राहुल का देव समाज कॉलेज फॉर वूमैन परिसर में स्वागत तिरंगा झंडा उठाए छात्राओं ने किया।
राहुल ने भी सुरक्षा घेरा तोड़ते हुए छात्राओं का अभिवादन स्वीकार किया और एनसीसी, एनएसएस वालंटियरों से आगे बढ़ कर मिले।
शालीनता से दिए जवाब
छात्राओं ने राहुल से सीमावर्ती समस्याएं, नारी शिक्षा, राजनीति में महिलाओं की भागीदारी और देश के विकास के संदर्भ में उनके विचार जाने। राहुल ने बड़ी ही शालीनता से छात्राओं के सवालों के जवाब देते हुए कहा कि नारी शिक्षा बहुत अधिक जरूरी है, नारी समाज का निर्माण करती है।
शिक्षित नारी ही भारत के उच्चवल भविष्य को रच सकती है। उन्होंने कहा कि एक सफल देश में नारी के राजनीति मंे प्रवेश को नकारा नहीं जा सकता और नारी राजनीति के क्षेत्र मंे सामाजिक समस्याओं को बेहतर ढंग से आगे ले जाने की क्षमता रखती है।
मत दुखी हो मां मैं तेरा बेटा हूं..
बठिंडा: मत रो मां मैं भी तेरे बेटे जैसा हूं..। ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) महासचिव राहुल गांधी ने आंखें नम कर उनसे मिल रहीं वृद्ध महिला तेज कौर को यह कह ढांढस बंधाया।
जिला परिषद व पंचायत चुनावों में अकालियों की हिंसा का शिकार बने पीड़ित परिवारों में विशेष तौर से बठिंडा के गांव घसोखाना में अकालियों के हाथों मारे गए कांग्रेसी वर्कर हरगोबिंद व स्वर्ण सिंह के परिजन राहुल गांधी से मिलने पहुंचे। हरगोंिबद सिंह की मां तेज कौर ने तो अपने बेटे की चोटग्रस्त शव के फोटो भी राहुल को दिखाए।
पीड़ित परिवारों से राहुल ने कहा कि वह भी उनके बेटे जैसे हैं। उन्हें कोई परेशानी नहीं होने दी जाएगी। इसके अलावा अकालियों की शह पर कत्ल व झूठे केस दर्ज होने वाले कांग्रेसियों के परिवारों ने राहुल के सामने दुखड़ा रोया।
दोषियों को सजा दिलाएंगे
परिवारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि वह दिल्ली जाकर मामलों की जांच करवाकर कानून के अनुसार दोषियों को दिलवाई जाएगी। राहुल ने संकेत दिया कि जिला परिषद व पंचायत चुनाव में अकालियों के हाथो मारे गए कांग्रेसी वर्करों के मामलों में केन्द्रीय गृह मंत्रालय अपनी किसी टीम से जांच करा सकती है।
साभार - दैनिक भास्कर
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