अपने तीन दिन के पंजाब दौरे के अंतिम दिन राहुल ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ' पोटा एक विफल कानून है। जब पोटा प्रभावी था तभी संसद पर हमला हुआ। इसमें देश के प्रधानमंत्री और गृहमंत्री तक की जान जा सकती थी। '
यूपीए सरकार पर आतंकवाद के प्रति नरम होने के लग रहे आरोपों का जवाब देते हुए राहुल ने कहा कि जब देश में पोटा कानून लागू था उसी दौरान कंधार विमान अपहरण कांड हुआ और सरकार ने आतंकवादियों की मांगें मान लीं। उन्होंने कहा कि आतंकवाद से लड़ने के लिए मजबूत इच्छाशक्ति की जरूरत है।
जब राहुल से पूछा गया कि क्या आतंकवाद से लड़ने के लिए मजबूत कानून की जरूरत है तो उन्होंने कहा कि हां होना तो चाहिए लेकिन पोटा नहीं क्योंकि वह एक विफल कानून है।
साभार - नवभारत टाईम्स
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