शुक्रवार, 6 मार्च 2009

Rahul woos young voters in Kerala

The Congress in Kerala launched its campaign for the April 16 Lok Sabha polls in the state and the party got none other than Rahul Gandhi to flag off its election campaign.

Acknowledging the fan following among his party workers, Rahul was seen at his first political rally in Kerala.

It was the same venue - the Shanghumughom beach in Thiruvananthapuram where Rajiv Gandhi addressed a rally two decades ago. But rather than be nostalgic, Rahul decided to be hard hitting - aggressively attacking the Left Democratic Front government.

"You are aware of the corruption in the government at the highest level. You are also aware of the infighting taking place in the government," he said.




He also countered the left government's accusation that the UPA was neglecting Kerala, saying that the UPA government had sanctioned projects and packages worth Rs 40,000 crore. He also tried to strike a chord with young voters.

"Whenever this country moves forward, it is the youth that will help the process", said Rahul Gandhi.


He came, he spoke and he managed to galvanise his workers. But the big question is will the Congress be able to sustain this enthusiasm till the Lok Sabha polls.

बुधवार, 22 अक्तूबर 2008

मुझे 17 साल से इंसाफ नहीं मिलाः राहुल गांधी

संसद हमले के दोषी अफ़ज़ल गुरु को फांसी देने में हो रही देरी पर सरकार पर हो रहे हमले के जवाब में राहुल गांधी ने कहा है कि मेरे पिता की हत्या के 17 साल बाद भी हमें न्याय नहीं मिला है। राहुल से एक स्टूडंट ने पूछा था कि अफज़ल को अब तक फांसी क्यों नहीं दी गई।

राहुल ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के दोषियों को नहीं दी गई मौत की सज़ा के लिए देश की न्याय प्रणाली को दोषी ठहराया।

राहुल ने एच. एन. बहुगुणा यूनिवर्सिटी में स्टूडंट्स के सामने कहा कि मेरे पिता प्रधानमंत्री थे, मेरी दादी भी प्रधानमंत्री थीं लेकिन मुझे इन्साफ नहीं मिला। मेरे पिता बम हमले में मारे गए। उसमें 40 लोग शामिल थे। इस बात को 17 साल हो गए लेकिन अब तक भी कोई सज़ा नहीं दी गई है।
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि सवाल यह नहीं है कि अफज़ल को फांसी क्यों नहीं दी गई। हमारी न्याय प्रणाली काफी धीमी है।

राहुल ने कहा कि इसके लिए भारत की न्याय प्रणाली को दोषी है, लेकिन मुझे न्यायपालिका में भरोसा है।

बुधवार, 15 अक्तूबर 2008

दासमुंशी को देखने गए राहुल

कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी बुधवार को केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रियरंजन दासमुंशी को देखने के लिए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान गए। इस समय दासमुंशी का इलाज एम्स में चल रहा है। दिल के दौरे के बाद उनको यहां भर्ती किया गया था।

एम्स के चिकित्सा अधीक्षक डा. डीके शर्मा ने बताया कि राहुल गांधी करीबन दस मिनट तक दासमुंशी के पास रहे और उनकी देखभाल कर रहे डाक्टरों से उन्होंने दासमुंशी की हालत के बारे में जानकारी ली। राहुल वापस लौटते समय कुछ अन्य रोगियों से भी मिले और उनके स्वास्थ्य के बारे में पूछा।

इससे पहले एम्स के प्रवक्ता वाई के गुप्ता ने बताया कि दासमुंशी के सभी महत्वपूर्ण अंगों की स्थिति स्थिर है और उनका रक्तचाप भी नियंत्रण में है। गुप्ता ने बताया कि उनके तंत्रिका तंत्र में भी सुधार जारी है।

गौरतलब है कि 62 वर्षीय दासमुंशी को पिछले दिनों दिल का दौरा पड़ने के बाद एम्स के हृदय रोग विभाग के आईसीयू में भर्ती किया गया था। पिछले छह महीने में दासमुंशी को दूसरी बार दिल का दौरा पड़ा है।

संस्थान के हृदय रोग विभाग के प्रमुख डा वीके बहल के नेतृत्व में विभिन्न रोगों के विशेषज्ञों का एक बोर्ड गठित किया गया है जो उनकी स्थिति पर निगरानी रख रहा है।

शनिवार, 11 अक्तूबर 2008

शुक्रवार, 10 अक्तूबर 2008

मुलायम के बेटे से मिले राहुल गांधी

पूर्वी उत्तरप्रदेश के बाढ़ प्रभावित इलाकों के दौरे पर निकले कांग्रेस महासचिव और सांसद राहुल गांधी ने गुरुवार को समाजवादी पार्टी [सपा] के मुखिया मुलायम सिंह यादव के पुत्र अखिलेश से मुलाकात की। यह मुलाकात यहां से 70 किलोमीटर दूर देवरिया में हुई। दोनों युवा नेताओं के बीच हुई बातचीत के बारे में अधिक जानकारी उपलब्ध नहीं हो पाई। देवरिया में एक जनसभा को संबोधित करने आए अखिलेश और राहुल की मुलाकात सरकारी विश्रामगृह में हुई। जनसभा के दौरान अखिलेश ने कहा था कि राहुल देश के अगले प्रधानमंत्री होंगे।

उत्तरप्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता राम कुमार भार्गव ने बताया कि मुलाकात बंद कमरे में हुई थी और हमें इस बारे में कोई विस्तृत जानकारी नहीं है।

सपा सूत्रों ने बताया कि अखिलेश ने अपनी रैली में सपा और कांग्रेस के गठजोड़ के समर्थन में मतदान करने का आह्वान किया। उल्लेखनीय है कि गोरखपुर क्षेत्र में बाढ़ के चलते 10 हजार लोगों को अपने घर छोड़ने पड़े है। यात्रा के दौरान राहुल क्षेत्र के देवरिया, कुशीनगर और पडरौना जिलों के बाढ़ प्रभावित गांवों में गए।

जल्द शादी करना चाहता हूं: राहुल

कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने कहा है कि फिलहाल उनके शादी न करने के पीछे कोई विशेष कारण नहीं हैं। वह जल्द शादी करना चाहते हैं पर उनकी सार्वजनिक जिम्मेदारी निजी जिंदगी से ज्यादा अहम है।

यह जवाब राहुल ने कॉलेज की छात्राओं को उस समय दिया जब उनसे पूछा गया कि 37 साल की उम्र के बावजूद वह शादी क्यों नहीं कर रहे हैं।

इससे पूर्व राहुल का देव समाज कॉलेज फॉर वूमैन परिसर में स्वागत तिरंगा झंडा उठाए छात्राओं ने किया।

राहुल ने भी सुरक्षा घेरा तोड़ते हुए छात्राओं का अभिवादन स्वीकार किया और एनसीसी, एनएसएस वालंटियरों से आगे बढ़ कर मिले।

शालीनता से दिए जवाब

छात्राओं ने राहुल से सीमावर्ती समस्याएं, नारी शिक्षा, राजनीति में महिलाओं की भागीदारी और देश के विकास के संदर्भ में उनके विचार जाने। राहुल ने बड़ी ही शालीनता से छात्राओं के सवालों के जवाब देते हुए कहा कि नारी शिक्षा बहुत अधिक जरूरी है, नारी समाज का निर्माण करती है।

शिक्षित नारी ही भारत के उच्चवल भविष्य को रच सकती है। उन्होंने कहा कि एक सफल देश में नारी के राजनीति मंे प्रवेश को नकारा नहीं जा सकता और नारी राजनीति के क्षेत्र मंे सामाजिक समस्याओं को बेहतर ढंग से आगे ले जाने की क्षमता रखती है।


मत दुखी हो मां मैं तेरा बेटा हूं..

बठिंडा: मत रो मां मैं भी तेरे बेटे जैसा हूं..। ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) महासचिव राहुल गांधी ने आंखें नम कर उनसे मिल रहीं वृद्ध महिला तेज कौर को यह कह ढांढस बंधाया।

जिला परिषद व पंचायत चुनावों में अकालियों की हिंसा का शिकार बने पीड़ित परिवारों में विशेष तौर से बठिंडा के गांव घसोखाना में अकालियों के हाथों मारे गए कांग्रेसी वर्कर हरगोबिंद व स्वर्ण सिंह के परिजन राहुल गांधी से मिलने पहुंचे। हरगोंिबद सिंह की मां तेज कौर ने तो अपने बेटे की चोटग्रस्त शव के फोटो भी राहुल को दिखाए।

पीड़ित परिवारों से राहुल ने कहा कि वह भी उनके बेटे जैसे हैं। उन्हें कोई परेशानी नहीं होने दी जाएगी। इसके अलावा अकालियों की शह पर कत्ल व झूठे केस दर्ज होने वाले कांग्रेसियों के परिवारों ने राहुल के सामने दुखड़ा रोया।

दोषियों को सजा दिलाएंगे

परिवारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि वह दिल्ली जाकर मामलों की जांच करवाकर कानून के अनुसार दोषियों को दिलवाई जाएगी। राहुल ने संकेत दिया कि जिला परिषद व पंचायत चुनाव में अकालियों के हाथो मारे गए कांग्रेसी वर्करों के मामलों में केन्द्रीय गृह मंत्रालय अपनी किसी टीम से जांच करा सकती है।

साभार - दैनिक भास्‍कर

बुधवार, 8 अक्तूबर 2008

बाबा साहेब की विरासत पर राहुल बाबा का दावा

कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी को राजनीति में अभी 'बाबा' कहा जाता है। उनके कुछ बयानों के बाद विपक्ष ने उन्हें 'बाबा' यानी राजनीतिक रूप से बच्चा साबित करने की कोशिश की। मगर इस बाबा की नजर 'बाबा साहेब' यानी भीमराव अंबेडकर की उस विरासत पर है, जिस पर फिलहाल बसपा सुप्रीमो मायावती का राज है।

कांग्रेस के पुराने दलित वोट बैंक को फिर से हासिल करने के लिए हर जतन कर रहे राहुल बाबा ने अब एक और पत्ता फेंका है। राहुल के कहने के बाद युवा कांग्रेस ने अपना सदस्यता शुल्क 15 रुपये से घटाकर 5 रुपये कर दिया है। दरअसल, दलितों के घर खाना खाने से लेकर उनकी झोपड़ियों में रात बिताने और उनकी मदद करने जैसे कदमों से भी जब कांग्रेस सदस्यता के लिए दलित आगे नहीं आए तो राहुल ने अपने सहयोगियों से इस पर चर्चा की।
इस पर कुछ लोगों की सलाह थी कि जिस वर्ग को वह जोड़ना चाहते हैं, उसके लिए यह 15 रुपये की रकम भी बहुत है। इसीलिए, राहुल ने युवा कांग्रेस के सदस्यता शुल्क को 15 के बजाय पांच रुपये करवा दिया। सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस महासचिव ने युवा कांग्रेस को अगला लक्ष्य ज्यादा से ज्यादा दलित कार्यकर्ताओं को जोड़ने का दिया है। पहले वह इसके लिए कम से कम कोई संख्या तय करना चाहते थे, लेकिन सलाहकारों के कहने पर कोई संख्या नहीं तय की गई है।

राहुल गांधी की कोर टीम के एक सदस्य के मुताबिक, 'अब आने वाले समय में दलितों में से युवाओं को सदस्य बनाने का अभियान तेजी से शुरू किया जाएगा। इतना ही नहीं, पहले विधानसभा चुनाव और फिर बाद में लोकसभा चुनाव में टिकटों के चयन में भी दलित समीकरण को विशेष तरजीह दी जाएगी।' सूत्रों का कहना है कि ज्यादा से ज्यादा दलितों को सदस्य बनाने के लिए खासतौर से उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश को चुना गया है। इस पूरे अभियान की सीधी निगरानी खुद राहुल गांधी करेंगे।


निर्देश दिए गए हैं कि युवा कांग्रेस में जो नए दलित सदस्य बनाए जा रहे हैं, उनका पूरा ब्यौरा होना चाहिए, ताकि कोई फर्जीवाड़ा न हो सके। दलितों और आम आदमी के बीच धीरे-धीरे अपनी पैठ बनाने की जुगत में 'बाबा' के कार्यक्रम में आने वाले दिनों में और तेजी आने वाली है। खासतौर से युवाओं को ज्यादा सक्रिय करने के लिए राहुल अगले कुछ कदम उठाएंगे। राजस्थान के दौरे में राहुल ने खुद श्रमदान [फावड़ा चलाया] कर इसी संदेश को आगे बढ़ाने की कोशिश की है।

साभार - याहू जागरण